बजट से जुड़ी आमजन की उम्मीद
1 फ़रवरी को संसद की पटल पर पेश होने वाले आम बजट पर पूरे भारत की निगाहें टिकी हुई है । इसके बाबत समाज का हर एक तबका अपनी अपनी क्षमता के अनुसार कयास लगाने पर जुटा हुआ है । तो वहीं सरकार भावी भारत के विकास की कहानी को गढ़ने में मशरूफ है । वैसे सरकार की हरेक नीति समाज के सभी वर्गों को प्रभावित करने वाली होती है । किन्तु जब बात आम बजट की हो तो समाज के अन्तिम पायदान के आमजन अत्यधिक प्रभावित होते हैं । क्योंकि बजट पर आधारित उन सभी का रोज़मर्रा का जीवन होता है और इससे उनका जीवन बेहद प्रभावित होता है । बजट निर्माण को लेकर सरकार के सामने अनेक चुनौतियां हैं । जहाँ एक ओर वह आमजन की उम्मीदों पर खरा उतरना चाहेगी वहीं दूसरी ओर नोटबंदी और जीएसटी से हुये आर्थिक क्षति की भरपाई भी करना चाहेगी और साथ ही आर्थिक विकास दर को नयी ऊंचाइयों तक पहुंचाने का मुख्य ध्येय राजधानी सरकार का होगा ।